अगर आप आने वाले दिनों में नई बाइक या स्कूटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो अब सिर्फ लुक्स और माइलेज नहीं, सुरक्षा का भी ख्याल रखना होगा। केंद्र सरकार ने दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा को लेकर एक अहम फैसला लिया है। अब नया टू-व्हीलर खरीदने पर ABS सिस्टम और दो हेलमेट मिलना अनिवार्य होगा। सरकार के इस फैसले ने ऑटो मार्केट में हलचल मचा दी है और ग्राहक से लेकर डीलर तक, हर कोई इसके असर को लेकर चर्चा में है।
ABS सिस्टम और हेलमेट अब नए टू-व्हीलर्स के लिए जरूरी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नया आदेश जारी किया है जिसके अनुसार अब भारत में बिकने वाली हर नई बाइक या स्कूटर में ABS सिस्टम यानी एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम अनिवार्य होगा। इसके अलावा वाहन खरीदते वक्त ग्राहक को दो हेलमेट देना भी डीलर की कानूनी जिम्मेदारी होगी। पहले तक सिर्फ एक हेलमेट अनिवार्य था, लेकिन अब सुरक्षा के स्तर को और मजबूत करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।
सड़क सुरक्षा को मिलेगी नई रफ्तार
भारत जैसे देश में सड़क हादसे कोई नई बात नहीं हैं। हर साल हजारों लोग, खासतौर पर दोपहिया वाहन चालक, सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं। इनमें से अधिकतर दुर्घटनाएँ तेज रफ्तार में ब्रेक लगाते वक्त स्किड होने या हेलमेट न पहनने की वजह से होती हैं। ऐसे में ABS सिस्टम और दो हेलमेट जैसे फैसले सड़कों पर चल रहे लाखों लोगों की जान बचाने में मदद कर सकते हैं। सरकार का यह फैसला सड़क सुरक्षा के लिहाज़ से एक ठोस पहल माना जा रहा है।
बजट से लेकर बिक्री पर क्या होगा असर
इस नए नियम के लागू होने से टू-व्हीलर की कीमत में थोड़ा-बहुत इजाफा होना तय है। खासकर 125cc से कम सेगमेंट की बाइक्स में जहां अभी तक कई ब्रांड्स ABS सिस्टम नहीं देते थे, अब उन्हें अपनी तकनीक में बदलाव करना होगा। साथ ही, दो ISI मार्क वाले हेलमेट की लागत भी डीलर को उठानी पड़ेगी। हालांकि कंपनियां इस बढ़ी हुई लागत को ग्राहक पर डालने की कोशिश कर सकती हैं, लेकिन जानकार मानते हैं कि जब बात जान की सुरक्षा की हो, तो कुछ सौ या हजार रुपये का खर्च भी जायज़ है।
डीलरों की बढ़ेगी जिम्मेदारी
अब बाइक या स्कूटर बेचने वाले डीलर के लिए भी यह नियम चुनौती भरा हो सकता है। उन्हें अब सिर्फ गाड़ी ही नहीं, बल्कि दो उच्च गुणवत्ता वाले हेलमेट भी ग्राहक को देने होंगे। अगर कोई डीलर ऐसा नहीं करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। ग्राहक को वाहन खरीदते वक्त यह जरूर देखना होगा कि उसे दो हेलमेट मिले हैं या नहीं। इससे न सिर्फ ग्राहक को फायदा मिलेगा, बल्कि नकली या कम गुणवत्ता वाले हेलमेट के कारोबार पर भी रोक लगेगी।
ABS सिस्टम से कैसे बदलेगा ड्राइविंग अनुभव
जिन लोगों ने अब तक सिर्फ ड्रम ब्रेक या सस्ते डिस्क ब्रेक वाली बाइक चलाई है, उनके लिए ABS सिस्टम किसी वरदान से कम नहीं होगा। यह सिस्टम इमरजेंसी ब्रेकिंग के समय टायर को लॉक होने से रोकता है, जिससे गाड़ी फिसलती नहीं और चालक का संतुलन बना रहता है। खासकर बरसात में या रेत-मिट्टी वाली सड़कों पर चलने वाले लोगों के लिए यह सुविधा बेहद जरूरी हो जाती है। युवाओं, कॉलेज छात्रों और शहरी राइडर्स के लिए यह तकनीक गेम चेंजर साबित हो सकती है।
बजट बाइक खरीदने वालों को करना होगा थोड़ा इंतजार
जो ग्राहक Hero HF Deluxe, Bajaj Platina या TVS Radeon जैसी किफायती और माइलेज फ्रेंडली बाइक्स लेने की सोच रहे हैं, उन्हें थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। जैसे ही यह नियम पूरी तरह से लागू होगा, कंपनियों को अपने मौजूदा मॉडल्स में तकनीकी बदलाव करने होंगे। इससे इन बाइक्स की कीमत कुछ हज़ार रुपये तक बढ़ सकती है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह बदलाव एक बेहतर सौदा माना जाएगा।
कब से लागू होगा यह नया नियम
सरकार ने फिलहाल इस नियम के लागू होने की कोई अंतिम तारीख घोषित नहीं की है, लेकिन अनुमान है कि अगले कुछ महीनों में यह पूरे देश में प्रभावी हो जाएगा। कई ऑटो कंपनियों ने अपने नए मॉडल्स में पहले से ही ABS सिस्टम और दो हेलमेट की अनिवार्यता को शामिल करना शुरू कर दिया है। त्योहारी सीजन से पहले इस बदलाव के पूरी तरह लागू होने की संभावना जताई जा रही है।
अब बाइक खरीदना होगा थोड़ा सोच-समझकर
अगर आप Bajaj Pulsar, TVS Apache, Honda Shine या Activa जैसी गाड़ियों की खरीदारी करने जा रहे हैं, तो अब आपको केवल कीमत और माइलेज ही नहीं, ABS सिस्टम और दो हेलमेट की सुविधा भी देखनी होगी। आने वाले समय में जब हर मॉडल में यह सुविधा स्टैंडर्ड होगी, तब ग्राहक को न केवल बेहतर परफॉर्मेंस मिलेगी, बल्कि हर सफर ज्यादा सुरक्षित भी होगा। अब बाइक खरीदते वक्त सिर्फ शो-रूम की चमक नहीं, सड़क की हकीकत भी देखनी होगी।
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