कभी शादी-ब्याह, प्रोमोशन या पहली बड़ी नौकरी की पहली पसंद रही Honda City अब सड़कों से ऐसे गायब हो रही है जैसे पुराने जमाने की कहानियाँ। 2025 में जहां SUV गाड़ियों का बोलबाला है, वहीं इस शानदार सेडान की बिक्री अब गिरती जा रही है। जो गाड़ी एक समय में हर मिडिल क्लास परिवार का सपना हुआ करती थी, वो अब हर महीने 500 यूनिट भी नहीं बेच पा रही। आइए जानते हैं Honda City की गिरती सेल्स और SUV गाड़ियों के बढ़ते ट्रेंड के पीछे की पूरी कहानी।
Honda City सेल्स में गिरावट और SUV गाड़ियों का बढ़ता जलवा
Honda City की भारत में शुरुआत 20 साल से भी पहले हुई थी और शुरू से ही यह सेगमेंट की सबसे पसंदीदा सेडान रही। लेकिन अब मामला पूरी तरह पलट चुका है। अब न तो वो क्रेज रहा और न ही वो बिक्री का आंकड़ा। May 2025 के महीने में Honda City की कुल बिक्री सिर्फ 491 यूनिट्स रही, जो किसी ज़माने में महीने के 4000-5000 यूनिट तक जाती थी।
अब अगर बात करें बाकी सेडान कारों की, तो Hyundai Verna की मई महीने में 930 यूनिट्स बिकीं, और Volkswagen Virtus तथा Skoda Slavia जैसे मॉडल भी Honda City से ज्यादा बिक रहे हैं। यानी Honda City को अब सिर्फ SUV गाड़ियों से ही नहीं, बल्कि अपनी ही कैटेगरी की दूसरी सेडान गाड़ियों से भी टक्कर मिल रही है और वो भी कड़ी।
SUV की धाक और Honda City की हार
आज की तारीख में SUV गाड़ियों की डिमांड जिस रफ्तार से बढ़ी है, उसने सेडान गाड़ियों के पूरे मार्केट को हिला कर रख दिया है। मई 2025 के सेल्स रिपोर्ट को देखें तो टॉप 25 में से 16 गाड़ियाँ SUV हैं। बाकी बची गाड़ियों में कुछ MUV, हैचबैक और कॉम्पैक्ट सेडान शामिल हैं।
SUV का हाई ग्राउंड क्लीयरेंस, दमदार लुक, और लंबी राइड के लिए बेहतर कम्फर्ट आज के कस्टमर को खूब लुभा रहा है। शहर हो या गांव, अब लोग सेडान के बजाय SUV खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं, और इसी ट्रेंड ने Honda City की मार्केट से धीरे-धीरे छुट्टी कर दी है।
कभी हर भारतीय का सपना थी Honda City
90 के दशक के आखिर और 2000 के शुरुआती दौर में Honda City का क्रेज कुछ ऐसा था जैसे आजकल iPhone का है। किसी के पास Honda City हो, तो समझो मुहल्ले में रुतबा अपने आप बन जाता था। इसकी स्पोर्टी लुक, शानदार इंटीरियर और स्मूथ राइड ने हर किसी को दीवाना बना रखा था।
मिडिल क्लास युवाओं का सपना था कि जब पहली मोटी सैलरी आए, तो सबसे पहले Honda City खरीदी जाए। लेकिन अब वही गाड़ी लोगों की प्राथमिकता में ही नहीं है। अब Creta, Brezza, Seltos, और Nexon जैसी SUV गाड़ियाँ हर तरफ दिखाई देती हैं, और Honda City की जगह बस यादों में ही रह गई है।
बदलता जमाना, बदलती पसंद
समय के साथ लोगों की ज़रूरतें और पसंद दोनों बदल रही हैं। आज ग्राहक गाड़ी खरीदते समय सिर्फ स्टाइल या ब्रांड नहीं, बल्कि मल्टी यूटिलिटी, माइलेज, सेफ्टी फीचर्स और खराब सड़कों पर परफॉर्मेंस जैसी चीज़ों को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। और इस मामले में SUV गाड़ियाँ बाज़ी मार ले जाती हैं।
जहां एक ओर Honda City जैसे सेडान मॉडल्स कम ग्राउंड क्लीयरेंस के कारण खराब सड़कों पर परेशानी देते हैं, वहीं SUV गाड़ियाँ ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर भी आसानी से चल जाती हैं। यही वजह है कि देहात से लेकर शहर तक SUV गाड़ियों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है।
Honda City के लिए कोई उम्मीद बाकी है क्या?
हालांकि Honda ने हाल के वर्षों में अपनी Honda City में कुछ अपडेट जरूर दिए हैं, जैसे ADAS फीचर्स, हाइब्रिड वेरिएंट और बड़ा टचस्क्रीन, लेकिन ये सब कुछ भी बिक्री को बचाने में ज्यादा कारगर साबित नहीं हुआ। ग्राहक अब SUV की तरफ तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं और सेडान को पिछली सीट पर बैठा दिया गया है।
लेकिन Honda City की एक बात अभी भी कायम है – इसकी क्वालिटी, लंबी उम्र और स्मूद ड्राइविंग एक्सपीरियंस। जो लोग SUV की ऊंचाई से डरते हैं या जिन्हें लंबी सिटी ड्राइविंग करनी होती है, उनके लिए Honda City अब भी एक शानदार ऑप्शन है। लेकिन बात वही है, जब बाजार में मांग ही ना हो, तो क्वालिटी का क्या होगा?
SUV का ज़माना, सेडान की विदाई
आज का ग्राहक फीचर्स, लुक्स और स्टाइल के साथ-साथ मल्टीटास्किंग गाड़ी चाहता है। ऐसे में SUV गाड़ियाँ सब पर भारी पड़ती हैं। Honda City जैसी कारों को अब नए जमाने के हिसाब से खुद को बदलना होगा या फिर बाजार से धीरे-धीरे गायब हो जाने के लिए तैयार रहना होगा।
एक समय की सबसे चहेती और सपना मानी जाने वाली Honda City अब गाड़ियों की भीड़ में कहीं गुम हो गई है। SUV ने जैसे इसे निगल लिया हो। Creta, Seltos, Brezza और Nexon जैसे मॉडलों ने जनता का दिल जीत लिया है। शायद अब Honda को एक नए अंदाज़ में वापसी करनी होगी या फिर पुरानी यादों के एल्बम में अपना नाम दर्ज कर लेना होगा। अब देखना ये है कि Honda City वापसी कर पाएगी या SUV का जमाना चलता रहेगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। लेखक या प्रकाशक गलत जानकारी या नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।