सपनों की बाइकों को अब पंख लग गए हैं, वो भी बिजली वाले! भारत की इलेक्ट्रिक बाइक निर्माता कंपनी Ultraviolette ने अपनी धांसू बाइक F77 को यूरोप के 10 देशों में लॉन्च कर सबको चौंका दिया है। अब भारतीय इंजीनियरिंग की गूंज पेरिस की गलियों से लेकर जर्मनी के हाईवे तक सुनाई देगी।
Ultraviolette F77 की यूरोप में एंट्री बनी बड़ी खबर
बेंगलुरु की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी Ultraviolette ने जब भारत में F77 को लॉन्च किया था, तब ही ये साफ हो गया था कि ये कंपनी सिर्फ भारतीय सड़कों तक सीमित नहीं रहेगी। अब Ultraviolette ने अपने दमदार इलेक्ट्रिक बाइक F77 को यूरोप के 10 देशों में लॉन्च करके इतिहास रच दिया है। इन देशों में जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, आयरलैंड, ऑस्ट्रिया, इटली, स्विट्ज़रलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड्स और लक्ज़मबर्ग शामिल हैं। इस लॉन्च के साथ ही Ultraviolette पहली भारतीय EV कंपनी बन गई है जिसने इतनी बड़ी स्केल पर यूरोप में एंट्री की है।
F77 दो मॉडल्स में उपलब्ध है – F77 Mach 2 जो रेसिंग लुक और स्पीड के लिए बनाया गया है, और F77 SuperStreet जो आरामदायक राइडिंग का मजा देता है। इन दोनों मॉडलों की डिलिवरी अब यूरोप के ग्राहकों को मिलने लगेगी।
Ultraviolette Electric Bike के फीचर्स ने मचाई धूम
Ultraviolette F77 सिर्फ नाम ही नहीं, काम में भी भारी है। ये इलेक्ट्रिक बाइक महज 2.8 सेकेंड में 0 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी 10.3 kWh की बैटरी 30 किलोवाट की पावर जनरेट करती है और 100 Nm का जबरदस्त टॉर्क देती है। टॉप स्पीड की बात करें तो ये बाइक 155 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तक जाती है, जो किसी भी देसी या विदेशी बाइक से कम नहीं।
F77 में कंपनी ने खुद की AI तकनीक – Violet AI सिस्टम – का इस्तेमाल किया है जो राइडिंग एक्सपीरियंस को और स्मार्ट बनाता है। इसके साथ ही इसमें स्विचेबल डुअल चैनल ABS, 10 लेवल की रिजनरेटिव ब्रेकिंग, 4 लेवल ट्रैक्शन कंट्रोल और डायनैमिक स्टेबिलिटी कंट्रोल जैसे एडवांस फीचर्स दिए गए हैं। सुरक्षा और तकनीक का ये मेल इस बाइक को खास बनाता है।
भारत से यूरोप तक का इलेक्ट्रिक सफर
Ultraviolette के CEO और को-फाउंडर नारायण सुब्रमण्यम ने कहा कि F77 का यूरोप में लॉन्च भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि ये बाइक भारत की इंजीनियरिंग और इनोवेशन क्षमता का जीता-जागता उदाहरण है। CTO नीरज राजमोहन ने भी इस पर खुशी जताई और कहा कि यह लॉन्च सिर्फ एक बाजार विस्तार नहीं बल्कि भारत के वर्षों की मेहनत और टेक्नोलॉजी का नतीजा है।
इस मौके पर खास बात यह रही कि F77 का यूरोप में लॉन्च पेरिस के Eiffel Tower के पास किया गया – जो अपने आप में एक ऐतिहासिक पल था। यूरोप में पहले इसे जर्मनी में प्रदर्शित किया गया था, जहां से लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।
Ultraviolette F77 Electric Bike की कीमत और ऑफर
कंपनी ने यूरोप में लॉन्च के साथ-साथ एक स्पेशल ऑफर भी पेश किया है। 31 जुलाई 2025 तक प्री-बुकिंग करने वाले ग्राहकों को F77 और F77 SuperStreet मॉडल्स पर खास कीमत में ऑफर मिलेगा। यानी जो ग्राहक जल्दी हाथ मारेंगे, उन्हें फायदा भी ज्यादा मिलेगा।
भारत में पहले ही F77 ने हाइ-स्पीड इलेक्ट्रिक बाइक सेगमेंट में अपनी अलग पहचान बना ली है। अब जब ये यूरोप में भी चलने लगी है, तो साफ है कि भारतीय ब्रांड ग्लोबल लेवल पर EV सेगमेंट में अपनी मजबूत पकड़ बना रहे हैं।
इलेक्ट्रिक बाइक के लिए भारत की बड़ी छलांग
Ultraviolette F77 Electric Bike का यूरोप में लॉन्च होना भारत के लिए भी बड़ी बात है। ये दिखाता है कि भारतीय कंपनियां सिर्फ सस्ता माल नहीं बनातीं, बल्कि तकनीक, डिजाइन और परफॉर्मेंस में भी दुनिया से टक्कर लेने लगी हैं। इस इलेक्ट्रिक बाइक के जरिए Ultraviolette ने साबित कर दिया है कि भारत का EV फ्यूचर सिर्फ अपने देश के लिए नहीं, पूरी दुनिया के लिए है।
भारत में लोग पहले Yamaha या KTM के पीछे भागते थे, अब Ultraviolette जैसे देसी ब्रांड्स भी लोगों की पहली पसंद बन रहे हैं। अगर आने वाले समय में ये बाइक भारत के गांव-कस्बों तक पहुंची, तो Hero Splendor और Pulsar को भी टक्कर मिल सकती है।
अब बुलेट नहीं, बिजली वाली बाइक चलेगी
Ultraviolette F77 Electric Bike का यूरोप में पहुंचना उसी तरह है जैसे कोई गांव का छोरा विदेश जाकर ऑफिसर बन जाए। पहले लोग सोचते थे कि इलेक्ट्रिक बाइक्स सिर्फ शहरों के लिए हैं, लेकिन अब ये सोच बदल रही है। Ultraviolette ने ये साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों और तकनीक मजबूत हो, तो भारत की बनाई चीजें भी पेरिस और लंदन की सड़कों पर दौड़ सकती हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि आने वाले वक्त में ये बाइक अमेरिका और मिडल ईस्ट जैसे मार्केट्स में भी अपनी धाक जमाती है या नहीं।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।