अगर आप लग्ज़री कारों के शौकीन हैं और Volvo S90 आपकी विशलिस्ट में थी, तो जनाब अब शायद देर हो चुकी है। Volvo India ने अपनी इकलौती लग्ज़री सेडान S90 को भारत से विदा कर दिया है। अब कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी इसका नाम नजर नहीं आता। इस फैसले के बाद भारत में Volvo के पोर्टफोलियो में एक भी सेडान कार नहीं बची है।
Volvo S90 सेडान बंद होने की पुष्टि
Volvo S90 luxury sedan को भारत में ऑफिशियली डिस्कंटीन्यू कर दिया गया है। कंपनी ने इसे अपनी वेबसाइट से भी डीलिस्ट कर दिया है, जिससे साफ हो गया है कि अब भारत में इस गाड़ी की बिक्री नहीं होगी। गौरतलब है कि Volvo S90 को भारत में पहली बार 2021 में फेसलिफ्ट के साथ पेश किया गया था और तभी से यह लग्ज़री कार खरीदारों के बीच एक खास पहचान बना चुकी थी।
Volvo S90 के शानदार फीचर्स
Volvo S90 luxury sedan एक 2.0-लीटर, चार-सिलेंडर माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल इंजन के साथ आती थी, जो 250hp की दमदार पावर देती थी। इस कार में आपको चार जोन क्लाइमेट कंट्रोल, 360-डिग्री कैमरा, वेंटिलेटेड और मसाजिंग फ्रंट सीट्स, ADAS टेक्नोलॉजी, एयर सस्पेंशन और Bowers & Wilkins का 19-स्पीकर प्रीमियम ऑडियो सिस्टम जैसे हाई-एंड फीचर्स मिलते थे। यह सभी फीचर्स मिलकर इसे भारत की सबसे शानदार और आरामदायक सेडान में से एक बनाते थे।
भारत में Mercedes E-Class और BMW 5 Series से टक्कर
Volvo S90 का मुकाबला सीधे-सीधे Mercedes-Benz E-Class और BMW 5 Series जैसी प्रीमियम गाड़ियों से था। हालांकि इन दोनों गाड़ियों का भारत में ज्यादा बोलबाला रहा, लेकिन Volvo S90 ने अपने सादा लेकिन क्लासी डिज़ाइन, जबरदस्त फीचर्स और सेफ्टी में अव्वल दर्जे के कारण एक अलग ही पहचान बनाई थी। इसकी एक्स-शोरूम कीमत करीब 68.25 लाख रुपये थी और यह भारत में लोकल असेंबल की जाती थी।
Volvo का अगला कदम क्या होगा?
Volvo S90 को हटाने के बाद अब कंपनी भारत में केवल SUV सेगमेंट पर फोकस कर रही है। आने वाले समय में Volvo EX30 और Volvo EX90 जैसी इलेक्ट्रिक SUV भारत में लॉन्च की जाएंगी। इसके साथ ही कंपनी ने हाल ही में ES90 नाम की एक ऑल-इलेक्ट्रिक लग्ज़री सेडान का खुलासा किया है जो 700km तक की रेंज और 106kWh की बैटरी के साथ आती है। हालांकि, इसे भारत में कब लॉन्च किया जाएगा, इस पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
Volvo S90 क्यों हुई बंद?
S90 के बंद होने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। भारत में सेडान कारों की मांग बीते कुछ सालों में तेजी से कम हुई है और SUV सेगमेंट ने बाजार पर कब्जा जमा लिया है। ग्राहक अब ज़्यादा ग्राउंड क्लीयरेंस, बड़ी बॉडी और ऑफ-रोडिंग क्षमता को तवज्जो दे रहे हैं। साथ ही Volvo की बिक्री संख्या भी Mercedes और BMW के मुकाबले कुछ कम रही है, जिससे कंपनी ने S90 जैसी कार को हटाना ज्यादा मुनासिब समझा।
देसी खरीदारों को क्या मिला संकेत?
Volvo S90 luxury sedan का भारत से जाना इस बात का इशारा है कि अब विदेशी कंपनियां भारत में उन्हीं सेगमेंट पर ध्यान दे रही हैं जिनकी मांग ज्यादा है। ऐसे में लग्ज़री सेडान खरीदने का सपना देखने वाले ग्राहकों के लिए विकल्प सीमित होते जा रहे हैं। अगर आप भी Volvo S90 खरीदने का मन बना रहे थे, तो अब वो सपना या तो सेकेंड हैंड बाजार तक सीमित रह गया है या फिर आपको इलेक्ट्रिक मॉडल के आने का इंतजार करना पड़ेगा।
Volvo S90 का भारत से विदा लेना एक युग के अंत जैसा है। एक ऐसी लग्ज़री सेडान जो अपने सादगी भरे लुक, दमदार परफॉर्मेंस और शानदार सेफ्टी फीचर्स के लिए जानी जाती थी, अब इतिहास बन चुकी है। अब देखना होगा कि Volvo भारत में अपनी नई इलेक्ट्रिक कारों के जरिए किस तरह वापसी करती है और क्या वो फिर से सेडान सेगमेंट में एंट्री लेती है या SUV पर ही फोकस बनाए रखती है। लेकिन इतना तय है कि Volvo S90 का नाम भारतीय ऑटो बाजार में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
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